Increase Railway ALP vacancy: मात्र 5696 वेकैंसी इतनी नाइंसाफी क्यो?
जहां रेलवे में लाखों पद खाली हैं, वहां 5 वर्षों के इंतजार के बाद मात्र 5696 पदों की भर्ती, प्रतियोगी छात्रों के साथ अन्याय है।
जब देश का हर तीसरा युवा बेरोज़गारी का शिकार है, तब प्रधानमंत्री ने एक बार फिर उनके साथ बड़ा धोखा किया है।
इस बार धोखा आम परिवार से आने वाले, 18-18 घंटे मेहनत करने वाले उन छात्रों के साथ है जो छोटे छोटे किराए के कमरों में रह कर बड़े सपने देखते हैं।
जहां रेलवे में लाखों पद खाली हैं, वहां 5 वर्षों के इंतजार के बाद मात्र 5696 पदों की भर्ती, प्रतियोगी छात्रों के साथ अन्याय है।
रेलवे में भर्तियों को कम करने की नीति आखिर किसके फायदे के लिए बनाई जा रही है?
कहां गया हर साल 2 करोड़ नौकरियों का वादा?
आवेदन करे:
भारतीय केन्द्र सरकार और भारत रेलवे द्वारा 5696 इतना पूरे भारत भर में वेकैंसी लाना ऊट के मुंह में जीरा जैसा हैं।
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने इतना से ज्यादा वन्दे भारत और अमृत भारत जैसे एक्सप्रैस चलाए हैं। लगभग 300000 से ज्यादा भर्तियां खाली रेलवे में 6 साल बाद भी इतना कम भर्ती निकालेंगे तो देश के छात्र जो रेलवे के जॉब का तयारी करते हैं। उनका क्या होगा?
Tags
Lastest news